कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 29वां दिन है। किसानों के समर्थन में कांग्रेस नेता विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। इसके बावजूद मार्च निकालने पर प्रियंका गांधी समेत कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस मार्च से अलग राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दे पर राष्ट्रपति से मुलाकात की। इसके बाद राहुल ने कहा कि मोदी के खिलाफ खड़ा होने की कोशिश करने वाले को आतंकी करार दे दिया जाएगा, भले ही मोहन भागवत ही क्यों न हों।
प्रियंका ने कहा- किसानों को देश विरोधी कहना पाप है
प्रियंका ने कहा कि भाजपा नेता और समर्थक किसानों के लिए जो शब्द इस्तेमाल कर रहे हैं, वह पाप है। अगर सरकार किसानों को देश विरोधी कहती है तो, सरकार पापी है। किसानों की समस्या का हल तब निकलेगा, जब सरकार उनका आदर करेगी। इस सरकार के खिलाफ किसी भी तरह के असंतोष को आतंक के नजरिए से देखा जा रहा है।
‘भाजपा दो तरह की बातें करती है’
प्रियंका ने कहा, कभी वे कहते हैं कि हम इतने कमजोर हैं कि विपक्ष के लायक ही नहीं। कभी कहते हैं कि हम इतने ताकतवर हैं कि हमने दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के लिए लाखों कैंप बना दिए। पहले उन्हें तय करना चाहिए कि हम क्या हैं?
राहुल बोले- प्रधानमंत्री सिर्फ 2-3 लोगों का फायदा चाहते हैं
दूसरी तरफ राहुल गांधी और गुलाम नबी आजाद ने राष्ट्रपति से मिलकर किसानों के मामले में दखल की मांग की। राष्ट्रपति भवन से निकलने के बाद राहुल ने कहा कि किसान, छोटे व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। अगर कृषि व्यवस्था को छेड़ा जाएगा, तो इसका असर पूरे देश पर पड़ेगा। इसलिए ऐसे कानूनों को वापस लेना चाहिए। प्रधानमंत्री सिर्फ 2-3 लोगों को फायदा पहुंचाना चाहते हैं।
‘मोदी क्रोनी कैपिटलिस्ट के लिए पैसा बना रहे’
प्रियंका को हिरासत में लिए जाने के बारे में पूछने पर राहुल ने कहा कि आज देश में लोकतंत्र नहीं बचा है। पीटना और हिरासत में लेना इस सरकार का काम बन गया है। सरकार की इन नीतियों की वजह से देश में किसी युवा को नौकरी नहीं मिलेगी। छोटे व्यापार खत्म हो जाएंगे। मोदी क्रोनी कैपिटलिस्ट के लिए पैसा बना रहे हैं। जो भी उनके खिलाफ खड़े होने की कोशिश करेगा, उसे आतंकी करार दे दिया जाएगा। फिर चाहे वह किसान हो, मजदूर हो या फिर मोहन भागवत ही न क्यों न हों।
‘एक अक्षम व्यक्ति सिस्टम को चला रहा’
राहुल ने कहा कि चीन अभी तक बॉर्डर पर है। उसने भारत की हजारों किलोमीटर जमीन छीन ली है। प्रधानमंत्री इस बारे में क्यों नहीं बोलते? आपके पास एक अक्षम व्यक्ति है जिसे कोई समझ नहीं और वह 3-4 दूसरे लोगों के हिसाब से सिस्टम को चला रहा है।
5 दिन में सरकार की दूसरी चिट्ठी
केंद्र सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों एक और खत लिखा है। खत में किसानों से अगले दौर की बातचीत के लिए तारीख और समय तय करने को कहा गया है। इसे में कहा गया कि सरकार किसानों की ओर से उठाए गए मुद्दों का तार्किक समाधान निकालने के लिए प्रतिबद्ध है। इससे पहले सरकार ने 20 दिसंबर को किसान नेताओं को खत लिखकर बातचीत का समय तय करने को कहा था, जिसे किसानों ने बुधवार को नकार दिया था।
किसानों की दो टूक- सरकार हमारी अनदेखी कर आग से खेल रही
उन्होंने सरकार से बातचीत का प्रपोजल बुधवार को ठुकरा दिया। किसानों ने कहा कि सरकार के प्रपोजल में दम नहीं, नया एजेंडा लाएं तभी बात होगी। किसान नेता शिव कुमार कक्का ने कहा, सरकार किसानों की अनदेखी कर आग से खेल रही है, उसे जिद छोड़नी चाहिए।
सरकार के प्रपोजल के किस पॉइंट पर किसानों ने क्या दिया जवाब?
30 हजार किसान 2 दिन में दिल्ली रवाना होंगे
हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों से किसानों का दिल्ली पहुंचने का सिलसिला जारी है। 26 दिसंबर को पंजाब के खनौरी से और 27 दिसंबर को हरियाणा के डबवाली से 15-15 हजार किसान दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
आज़ादी के बाद से लेकर अब तक 6 आयोग बने हैं. इनका काम घुमन्तू समुदायों…
अभा संत समिति के महामंत्री पूज्य स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती जी ने अपने आशीर्वचन में शोध…
मोतिहारी। महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के नव गठित आचार्य भरत मुनि संचार शोध केंद्र में…
इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) फाइल करने का मतलब सरकार को अपनी आमदनी की जानकारी देना…
इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने में बस एक दिन का समय बचा है, ऐसे में…
कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन के डर को देखते हुए केंद्र सरकार ने नए साल के…
This website uses cookies.